एमसीयू के रीवा परिसर में 77 वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास मनाया
रीवा। स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के रीवा परिसर में ध्वजारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के आरंभ में परिसर के अकादमिक प्रभारी सूर्यप्रकाश, प्रशासनिक प्रभारी डॉ. ब्रजेन्द्र शुक्ला ने संकाय सदस्यों, कर्मचारियों व उपस्थित विद्यार्थियों ने ध्वजारोहण किया। तत्पश्चात् अतिथियों ने भारत माता, माखनलाल चतुर्वेदी और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर परिसर के अकादमिक प्रभारी सूर्य प्रकाश ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, हमारे पूर्वजों ने हमें अंग्रेजों से आजादी दिला दी, परंतु आज भी अनेक कुरीतिययां हमारे समाज व्याप्त है। हमे समाजिक असमानता को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। हमें समानता को व्यवहार में लाना होगा तभी विसंगति दूर हो सकता है। पत्रकारिता के विद्यार्थियों का कार्य समाज को दिशा देना है जब हम साल के 365 दिन देश हित में काम करेेगे तभी देश का समुचित विकास हो पायेगा। उन्होंने कहा कि एमसीयू रीवा परिसर में स्थापित 'कम्युनिटी रेडियो रीवा' की आवश्यकता है जिससे रीवा के आंचलिक क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन देखने को मिल सकता है। जल्द ही आप क्षेत्रवासियों को इसका लाभ मिलेगा।
परिसर के प्रशासनिक प्रभारी डॉ. ब्रजेन्द्र शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि, आज हम स्वतंत्रता की इस बेला में एक बार फिर अपने उसे संकल्पना को दोहराने के लिए एकत्र हुए हैं जिससे न सिर्फ हमारा बल्कि इस देश का सुनहरा भविष्य बने और उसमें हम अपना योगदान देने के लिए पत्रकारिता के माध्यम से देश के हित साधने में योगदान होना चाहिए इस दिशा में पत्रकारिता के विद्यार्थियों के प्रयास करने की आवश्यकता है। कम्पयुटर विभाग के सहायक प्रध्यापक श्री रवि साहू ने अपने उद्वोधन में कहा कि यह देश के बलिदानियों को याद करने का दिन है, देश के लिए जीने व आगे ले जाने का दिन है।
इस अवसर पर परिसर की छात्रा काजल पाण्डेय ने अपने भाषण में कहा कि, आज भारत हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहा है ऐसा हमें लोकतंत्र का हिस्सा होने और सामाजिकता के प्रति दृढ़ होने पर गर्व होना चाहिए। छात्रा जैनव हसन ने कहा कि, स्वतंत्र भारत के लिए हमें अपनी सोच को स्वतंत्र करना होगा। छात्रा सोनाली सिंह ने कहा कि, नये भारत वर्ष की चकाचौंध में हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि किनते संघर्षों के बाद हमें आज़ादी मिली है। वहीं छात्रा अपर्णा जायसवाल, भारत की माटी चंदन सी तुम इससे तिलक करो, थाम लो हाथ मे तिरंगा फिर हुंकार भरो..., छात्रा उर्वशी मिश्रा ने 'यह हमारा वतन यह हमारा वतन यह हमारी जमीन है हमारा वतन यह हमारी जमी पारे धरती पर क्या पायेंगे..., देश के सारे बच्चे बहादुर यहां जानता है इन्हें खूब सारा जहां...'काव्य पाठ किया। छात्रा ज्योति विश्वकर्मा ने रचना सिंह ने ‘ऐ मेरी ज़मीं मेहबूब मेरी....’ उत्कर्ष ने ‘है प्रीत जहां की रीत सदा...’ गीत गायन किया। इसके अलावा अंशिका सिंह, केशवी सिंह,अरशद अंसारी ,पूर्णिमा वर्मा, प्रिया द्विवेदी, पांजुल पाण्डेय, अपर्णा जायसवाल, अखंड, अंकिता साकेत, शिवांग मिश्रा, गौरी सोलंकी आदि विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
ज्ञातव्य है कि, कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति-पत्र भी प्रदान किया गया। स्वतंत्रता दिवस के इस संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन मीडिया शिक्षक कपिल देव प्रजापति के संयोजन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन छात्रा साक्षी त्रिपाठी व छात्र आदर्श ने किया व कार्यक्रम के अंत में आभार में मीडिया शिक्षक राकेश येंगल जी ने माना। ज्ञातव्य है कि इस कार्यक्रम में शिक्षक डॉ. आलोक पाण्डेय, हर्ष तोमर, नीरज तिवारी, जयप्रकाश पटेल, तरूण त्रिपाठी, कैलाश जी, तान्या गुप्ता, नेहा विश्वकर्मा, डॉ. वंदना तिवारी, अंजली त्रिपाठी के साथ ही समस्त कर्मचारी व विद्यार्थी मौजूद थे।