गांवों का हाल है खस्ता, सरकार को बनाने होंगे ठोस नीति
लेखक : राहुल उपाध्याय (स्वतंत्र लेखक और पत्रकार)
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काल्पनिक इमेज Source: Social media |
देश में आज गांवों का हाल बेहद खस्ता है. दरअसल यहां रोजगार की तलाश में आधे से ज्यादा ग्रामीण आबादी शहरों की तरफ रोजगार के लिए पलायन कर रहे है. जिसका मुख्य कारण ग्रामीण अंचल में व्यापक रूप से बढ़ती बेरोजगारी है. ऐसे में अब इससे शहरों पर भी खासा दबाव पड़ रहा है. ऐसे में अब इस स्थिति से निपटे के लिए यथाशिघ्र ही आवश्यकता है. वहीं इस स्थिति से तत्काल राहत की उपायों की आवश्यकता तो है ही, ऐसे में इसे लेकर केंद्र और राज्य सरकार को भी इस गंभीर समस्या को देखते हुए इसपर ठोस नीति बनाने की दिशा में पहल करनी चाहिए. वहीं इस संदर्भ में खेती के आधुनिक तौर तरीके भी अपनाना भी प्रमुख तत्व है. ऐसे में वहीं प्रधानमंत्री मोदी की यह सलाह उचित है कि किसानों को यूरिया का कम इस्तेमाल करना चाहिए और जैविक खेती को अपनाना चाहिए. वहीं इसके लिए किसानों को प्रयास करना होगा. ऐसे में सरकार की भूमिका यह होनी चाहिए कि वह जानकारियां और संसाधनों का इंतजाम करें.चुकी हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से विकसित होती आर्थिकी है और वैश्विक कारोबार में उसका दखल बढ़ रहा है, हमें खेती और किसान को उसके हाल पर नहीं छोड़ सकते है.
नोट : यह लेखक के निजी विचार है।