विजय मनोहर तिवारी बने Makhanlal Chaturvedi University के कुलगुरु
माखनलाल चतुवर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल के महापरिषद के अध्यक्ष मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा विजय मनोहर तिवारी को Makhanlal Chaturvedi University का कुलगुरू नियुक्त किया गया है। इनका कार्यकाल आगामी 4 साल तक रहेगा।
मध्यप्रदेश के सागर ज़िले के मंडीबामौरा में जन्मे विजय मनोहर तिवारी ने एसएसएल जैन पीजी कॉलेज, विदिशा से गणित में एम.एससी. प्रथम श्रेणी प्रथम (1991) उत्तीर्ण किया और इसी कॉलेज में उन्होंने एकसाल गणित विभाग में अध्यापन। किया। उसके बाद पत्रकारिता में प्रवेश करते हुए माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल से 1993 में पत्रकारिता स्नातक की उपाधि प्राप्त कर और दैनिक ‘नई दुनिया’ भोपाल से पत्रकारिता की शुरुआत की। तत्पश्चात् ‘नई दुनिया’, इन्दौर में नौ वर्षों तक रिपोर्टिंग की। 2003 में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रवेश कर ढाई साल तक ‘सहारा समय’ न्यूज़ चैनल में रिपोर्टिंग की। वे भारत के सबसे तेज़ बढ़ते बहुप्रसारित अग्रणी अख़बार ‘दैनिक भास्कर’ में विशेष संवाददाता भी रहे।
वर्ष 2004 के मानसून में मध्य प्रदेश की इंदिरा सागर बाँध परियोजना में डूबे हरसूद समेत ढाई सौ गाँवों के विस्थापन पर ढाई महीने तक टीवी पर लाइव कवरेज किया। इस कवरेज पर केन्द्रित पुस्तक ‘हरसूद 30 जून’ को वर्ष 2007 में ‘अखिल भारतीय भारतेन्दु हरिश्चन्द्र’ पुरस्कार मिला। उन्होंने रोज़मर्रा की रिपोर्टिंग के अलावा वर्ष 2000 में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व गुजरात में स्वाध्याय परिवार के आत्मनिर्भर गाँवों में भ्रमण व रिपोर्टिंग की। साथ ही झाबुआ के चर्चित हिन्दू संगम और धार के विवादास्पद भोजशाला आन्दोलन व मध्य प्रदेश में हर्बल खेती पर कवरेज किया।
विजय मनोहर तिवारी की दो किताबें ‘हरसूद 30 जून’ और ‘प्रिय पाकिस्तान’ प्रकाशित हो चुकी हैं। एक साध्वी की सत्ता कथा’ के अलावा मीडिया पर केन्द्रित उपन्यास ‘अन्तःकथा’ और संस्मरण-संकलन ‘अपनी आयतें’ प्रकाशित हो चुकी है। भारत के सन्दर्भ में आतंकवाद पर केन्द्रित एक अन्य उपन्यास का लेखन भी किया है।
विजय मनोहर तिवारी को वर्ष 1997 से 2007 तक प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में श्रेष्ठ रिपोर्टिंग के लिए अनेक अवार्ड मिले। एमसीयू के कुल गुरु बनने से मध्यप्रदेश के सूचना आयुक्तरह चुके हैं।