एमसीयू के रीवा परिसर में विद्यार्थियों ने न्याय, समता और बंधुत्व के सिद्धांतों पर चलने की शपथ ली: महापरिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
Rewa। भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर शुक्रवार को माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के #रीवा_परिसर में कार्यक्रम आयोजित हुआ। विवि के सभागार में आयोजित हुए कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर हुआ। इस अवसर पर एमसीयू रीवा के परिसर प्रभारी डॉ. Sandeep Bhatt ने बाबा साहेब के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि बाबा साहेब की महापरिनिर्वाण न केवल भारत बल्कि संपूर्ण विश्व महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाता है। उनके बताये मार्ग में चलने के लिए पूरी दुनिया प्रयासरत है। बाबा साहेब ने समस्त समाज के लिए समता, स्वतंत्रता के अमर सिद्धांत दिए। हमें उनके दिए सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय, और #रीवा_परिसर के विचारों का अध्ययन अवश्य करना चाहिए। वे एक महान चिंतक,
संपादक और पत्रकार भी थे। उन्होंने सामाजिक परिवर्तन पर केंद्रित अनेक मूकनायक, बहिष्कृत_भारत, जनता, और #प्रबुद्ध_भारत जैसे पत्र- पत्रिकाओं का संपादन भी किया।
इस अवसर पर परिसर के कंप्यूटर विभाग के समन्वयक रवि साहू ने कहा कि बाबा साहेब उस धर्म को मानते थे जो समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे पर आधारित है। बाबा साहेब का यही धर्म बाद में देश में समता का आधार बना। उन्होंने कहा कि हम खुद को नियमों में बांध कर ही एक अच्छे समाज निर्माण कर सकते हैं।
परिसर के शिक्षक डॉ. Vinod Dubey ने बताया कि डॉ. अम्बेडकर एक पत्रकार, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनेता और एक आदर्श व्यक्ति थे।
इसी कड़ी में पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थी नंदन मिश्रा ने कहा कि डॉ. अंबेडकर हमेशा हर वर्ग को साथ लेकर चले। परिसर के विद्यार्थी Alok Tripathi ने कहा कि बाबा साहेब ने शोषितों और वंचितों, के लिए आवाज उठाई। विद्यार्थी अवनीश सिंह ने कहा का डॉ. अम्बेडकर का जीवन संघर्ष और साहस की मिसाल था। श्रृचिता ओझा ने कहा कि आज हमें जो अधिकार मिले हुए हैं वो अंबेडकर जी के कारण ही मिले हैं। वहीं Devkant Dev ने स्वरचित कविता "जिससे बनी पूरी दुनिया की पहचान हूं मैं..." और प्रियांशु राठौड़ ने भी अपनी लिखी कविता का पाठ किया। इसी कार्यक्रम में हरिदेव, Pankaj Singh, @ओंकार सिंह, साक्षी मिश्रा, Urvashi Mishra, आदर्श तिवारी, हर्ष भारद्वाज और पत्रकारिता की छात्रा शिवानी शर्मा ने भी अपने विचार रखे।
मंच का संचालन करते हुए डॉ. Brijesh Pandey ने कहा कि बाबा साहब को एक बड़ा अर्थशास्त्री और समाज सुधारक बताते हुए अपने विचार रखे। इस अवसर पर आभार डॉ. Kapil Dev प्रजापति द्वारा व्यक्त किया गया।
इस दौरान परिसर के शिक्षक डॉ. उमाशंकर पटेल, कृष्णा सक्सेना, प्रदीप शुक्ला, Tarun Prasad Tripathi, डॉ. Dr-Ruchi Singh Baghel Aparna Goswami, डॉ. वंदना तिवारी, Deepesh Singh, सुधांश मिश्रा, जयप्रकाश पटेल, डॉ. प्रवेश शुक्ला समेत अन्य शिक्षक अधिकारी, कर्मचारी व परिसर के समस्त विद्यार्थी उपस्थिति थे।