खंडवा: उदय सामाजिक विकास संस्था ने खंडवा पुलिस विभाग के सहयोग से “लिंग आधारित हिंसा के उन्मूलन” के उद्देश्य से 16 दिवसीय पखवाड़े “हम होंगे कामयाब” जागरूकता अभियान के तहत एक दिवसीय न्याय चौपाल लीगल सेल और विकास मंच की महिलाओं के क्षमतावर्धन प्रशिक्षण का आयोजन किया। यह कार्यक्रम होटल रणजीत, खंडवा में आयोजित हुआ, जिसमें धारमपुरी, औलिया, सिरपुर और झाबुआ से 120 महिलाओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सिस्टर लिजी और राजू ओसवाल ने "हम होंगे कामयाब" गीत के साथ किया। सिस्टर लिजी ने आयोजन का उद्देश्य बताते हुए महिलाओं को उनके अधिकारों और कानूनी विकल्पों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया। सभी अतिथियों का स्वागत पौधे भेंट कर किया गया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री महेंद्र तारनेकर, सिस्टर लिजी थॉमस (निर्देशिका), सुश्री अनुपमा मुजाल्दे (DALA), डीएसपी श्री अनिल चौहान, साइबर सेल प्रभारी सुश्री गायत्री सोनी, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
DALSA की प्रतिनिधि सुश्री अनुपमा मुजाल्दे ने घरेलू हिंसा के विभिन्न प्रकारों, जैसे मौखिक, आर्थिक, यौन और भावनात्मक हिंसा पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि हिंसा के मामलों को डोमेस्टिक इंसीडेंट रिपोर्ट (DIR) के माध्यम से दर्ज किया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन महिलाओं की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है, उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से मुफ्त वकील प्रदान किए जाते हैं।
साइबर क्राइम और डीएसपी अनिल चौहान की कहानी:
डीएसपी अनिल चौहान ने साइबर अपराध के बढ़ते खतरों और उनसे बचाव के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने “डिजिटल अरेस्ट” नामक नए साइबर अपराध के बारे में बताया, जिसमें धोखेबाज पुलिस की वर्दी पहनकर वीडियो कॉल करते हैं और पैसे वसूलने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की कॉल्स से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है। अनिल चौहान ने अपने बचपन की एक भावनात्मक कहानी साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी माँ ने कैसे कठिन समय में उनकी रक्षा की। उन्होंने कहा, हर माँ के जीवन में एक ऐसा समय आता है, जब उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाने होते हैं। यह जिम्मेदारी खासकर डिजिटल युग में और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
वास्तविक कहानियां: न्याय चौपाल की सफलता
कार्यक्रम में कई महिलाओं ने न्याय चौपाल के माध्यम से अपने अनुभव साझा किये कनिका (सिरपुर),उन्होंने बताया कि उनके गांव में एक व्यक्ति जो रोज अपनी पत्नी को मारता था, अब ऐसा नहीं करता। न्याय चौपाल की महिलाओं ने लगातार 5-6 दिनों तक उनके घर जाकर बात की, जिससे उस व्यक्ति का व्यवहार बदल गया।
महिला सशक्तिकरण,सरकारी योजनाओं की जानकारी
कार्यक्रम के दौरान आयुष्मान कार्ड, प्रसूति सहायता योजना, कन्या विवाह योजना, और रोजगार गारंटी कानून के तहत महिलाओं को लाभ दिलाने के उपायों पर चर्चा की गई। महिलाओं ने आजीविका मिशन के तहत अपने स्वयं सहायता समूहों और लघु व्यवसायों की सफलता की कहानियां साझा कीं गई।
समाज में बदलाव की दिशा में कदम:
कार्यक्रम के माध्यम से, उदय सामाजिक विकास संस्था ने महिलाओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने के साथ ही उन्हें समाज में हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की प्रेरणा दी। यह आयोजन इस बात का प्रतीक है कि सामूहिक प्रयास और जागरूकता से सामाजिक बुराइयों को समाप्त किया जा सकता है। यह आयोजन एक मिसाल बन गया है, जहां महिलाओं ने अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए सामूहिक रूप से आगे बढ़ने की प्रेरणा ली।