मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के सतपुड़ा भवन में हुई अग्नि दुर्घटना के पश्चात सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने कलेक्टर कार्यालय के विभिन्न कक्षों का निरीक्षण कर अग्नि सुरक्षा के प्रबंधो को देखा एवं आवश्यक निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर दीपक आर्य ने नवीन कलेक्टर कार्यालय एवं पुराने कलेक्टर कार्यालय के विभिन्न कक्षों में जाकर अग्नि सुरक्षा के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अग्निशामक संयंत्र को देखा एवं उसे स्वयं चलाकर भी देखा। उन्होंने निर्देश दिए कि रिकॉर्ड रूम बंद होते समय बाहर सी.एम.सी.वी. सील बंद की जाए, जिससे संपूर्ण रिकॉर्ड रूम की लाइट बंद की जा सके। उन्होंने कहा कि संपूर्ण रिकॉर्ड रूम में अतिरिक्त अग्निशामक संयंत्र रखे जाये एवं बाल्टी में रेत रखें। उन्होंने निर्देश दिए कि संपूर्ण परिसर में विद्युत तारों की चैकिग कराएं एवं जहां आवश्यक हो, वहां तत्काल उनको बदलने का काम करें । कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि नये कलेक्टर कार्यालय एवं पुराने कलेक्टर कार्यालय के समस्त कक्षों में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए, जिससे कि अग्नि की दुर्घटनाओं को रोका जा सके। कलेक्ट दीपक आर्य ने बताया कि सागर जिले के समस्त कार्यालय के विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि सभी अपने-अपने कार्यालयों में अग्निशामक यंत्र रखें। विद्युत व्यवस्था भी सुचारू रूप से संचालित हो सके इसके लिए पुराने तारों को तत्काल बदला जाये कहीं भी शॉर्ट सर्किट की आशंका न हो, यह भी सुनिश्चित किया जावे।इस अवसर पर अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी, अनु विभागीय अधिकारी विजय डेहरिया, तहसीलदार रोहित रघुवंशी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।कर्नाटक से क्या लिया सबक? MP-राजस्थान-छत्तीसगढ़ में कांग्रेस-बीजेपी की समझें रणनीति
उल्लेखनीय है कि, मध्य प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी दफ्तर सतपुड़ा भवन में सोमवार (12 जून, 2023) को लगी आग से करीब 25 करोड़ का फर्नीचर और 12 हजार से ज्यादा अहम फाइलें स्वाहा हो गईं है। मतलब राज्य निदेशालय के लगभग 80 फीसदी दस्तावेज खाक हो गए हैं। आग लगने के समय भवन के अंदर एक हजार से ज्यादा लोग थे, लेकिन उन्होंने समय रहते बाहर निकलकर अपनी जान बचा ली। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। |
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पहले भी लग चुकी है आगयह दूसरी बार है जब इस भवन में आग लगी है। इससे पहले भी साल 2018 में विधनसभा चुनाव के ठीक बाद और साल 2012 में चुनाव के पहले इसी भवन की तीसरी मंजिल धधक उठी थी. अब फिर चुनाव से 4 माह पहले लगी आग को विपक्षी दल कांग्रेस ने साजिश करार दिया है, जबकि सूबे के सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने कहा है कि इस कार्यालय में कोई संवेदनशील दस्तावेज नहीं थे।
15 दिन में आएगी रिपोर्टहालांकि मध्यप्रदेश के मंत्रालय सतपुड़ा भवन में लगी आग की जांच शुरू हो गई है। प्रारंभिक रिपोर्ट तीन दिन के अंदर आ जाएगी। वहीं, डिटेल रिपोर्ट 15 दिन में आएगी। इसके बाद पता चल पाएगा कि आग कैसे लगी है। Mahakallok : महालोक में मूर्तियां गिरने से उठे सवाल, मूर्तियां फिर से स्थापित कर दी जाएगी - जगदीश देवड़ा