महालोक में मूर्तियां गिरने से उठे सवाल, मूर्तियां फिर से स्थापित कर दी जाएंगी
उज्जैन। रविवार शाम अचानक आई तेज आंधी व वर्षा से महाकाल महालोक में सप्तऋषि की सात में से 06 मूर्तियां गिरकर क्षतिग्रस्त हो गईं। अन्य मूर्तियों को भी नुकसान पहुंचा हुआ। श्रद्धालु समीप नहीं थे, इस कारण हादसा टल गया।महाकाल महालोक में मूर्तियां गिरने के मामले में कई सवाल उठ रहे हैं। पहला यह कि मूर्तियां गिरीं क्यों? दूसरा कि गिरने से खंडित कैसे हो गईं? तीसरा की अन्य मूर्तियां की सुंदरता क्यों प्रभावित हो रही है, ऐसे कई प्रश्न है, मगर अधिकारी किसी का जवाब नहीं दे पा रहे।
टेंडर में शर्त थी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार टेंडर में यह शर्त रखी गई थी कि, फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी यह मूर्तियां अनब्रेकेबल (अटूट) रहेंगी, मगर अब पता लगा कि गुणवत्ता वैसी नहीं थी। मूर्तियां जिस बेस पर स्थापित की गईं, वहां मजबूती का ध्यान नहीं रखा गया। इसलिए 30 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवा ने इस लापरवाही को भी उजागर कर दिया।
महाकाल महालोक में 06 मूर्तियों के गिरकर खंडित होने के मामले में आरोप-प्रत्यारोप के बीच सोमवार को प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने महाकाल महालोक का निरीक्षण किया और कहा कि, प्राकृतिक आपदा पर किसी को राजनीति नहीं करना चाहिये। आंधी-तूफान में गिरी महाकाल लोक की मूर्तियां शीघ्र पुन: स्थापित की जायेगी। महाकाल लोक की सभी मूर्तियों की सुदृढ़ता सुनिश्चित की जायेगी।
प्राकृतिक आपदा पर किसी को राजनीति नहीं करना चाहिये। आंधी-तूफान में गिरी महाकाल लोक की मूर्तियां शीघ्र पुन: स्थापित की जायेगी। महाकाल लोक की सभी मूर्तियों की सुदृढ़ता सुनिश्चित की जायेगी। pic.twitter.com/seLtYeU8Qp
— Jagdish Devda (@JagdishDevdaBJP) May 29, 2023
डीएम कुमार पुरुषोत्तम ने बताया, "3 बजे के करीब बहुत तेज आंधी आई थी जिसके कारण सप्त ऋषि की कुछ प्रतिमाएं अपने मूर्तितल से नीचे गिरी हैं। उनको ठीक करने का काम जारी है। 2 दिनों में सब ठीक कर लिया जाएगा।"
मध्य प्रदेश: उज्जैन में तेज हवा के कारण महाकाल लोक मंदिर में सात ऋषियों की छह मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 28, 2023
डीएम कुमार पुरुषोत्तम ने बताया, "3 बजे के करीब बहुत तेज आंधी आई थी जिसके कारण सप्त ऋषि की कुछ प्रतिमाएं अपने मूर्तितल से नीचे गिरी हैं। उनको ठीक करने का काम जारी है। 2… pic.twitter.com/VE3PGvTfxs
करोड़ों रुपये की लागत है इन 127 मूर्तियों की
ज्ञातव्य है कि, महाकाल महालोक को लोकार्पण अक्टूबर 2022 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। यह मप्र शासन की महत्वाकांक्षी योजना के तहत बना है। पहले चरण में करीब 400 करोड़ रुपये के काम हुए हैं। महालोक में करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से 127 मूर्तियां स्थापित हैं। इनमें से कई मूर्तियां एफआरपी से बनी हुई हैं। रविवार को सप्त ऋषियों में से जब छह मूर्तियां नीचे गिरकर खंडित हुई तो पता लगा कि यह भीतर से खोखली थीं।
कांग्रेस नेताओं ने दिया, कंपनी कार्यालय पर धरना
इस बीच कांग्रेस नेताओं ने विरोध स्वरूप 'स्मार्ट सिटी कंपनी' के कार्यालय पर धरना दिया। तराना विधायक महेश परमार ने कहा कि पाषाण, धातु की मूर्तियां लगानी थीं। मगर मध्य प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) की खोखली मूर्तियां स्थापित करा दीं। लोगों की आस्था आहत हुई है। हमारी सरकारी बनी तो इसकी उच्चस्तरीय जांच करवाकर दोषियों को कड़ी सजा दिलवाएंगे।
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