फिल्म: थ्रिलर 2.5/5
कलाकार : अलाया फर्नीचरवाला, प्रियांशु पेन्युली, राजेश शर्मा
निर्देशक :आरिफ खान
काफी वक्त से अलाया फर्नीचरवाला की फिल्म यू-टर्न की चर्चा हो रही थी। ये फिल्म कन्नड़ की सुपरहिट फिल्म यू-टर्न की हिंदी रीमेक है, जिसकी लीड एक्ट्रेस अलाया हैं। फिल्म 28 अप्रैल को जी5 पर रिलीज हो चुकी है. आइए जानते हैं कि साउथ फिल्मों के रीमेक के दौर में अलाया की यू-टर्न दर्शकों की उम्मीदों पर कितनी खरी उतरी है।
यू-टर्न मूवी रिव्यू
फिल्म की शुरुआत एक गलत यू-टर्न के साथ होती है, जहां एक बाइकर को गुमनाम लड़की का फोन आता है वो उसे पार्टी में आने के लिए कहती है। लड़की की जिद पर बाइकर एनटीपीसी फ्लाईओवर के डिवाइडर ब्लॉक हटाकर वहां से यू-टर्न लेता है। पर ब्लॉक को दोबारा उनकी जगह लगाना भूल जाता है। इस वजह से वहां बड़ा हादसा होता है। यहां से शुरू होती है फिल्म की कहानी...
यू-टर्न की कहानी चंडीगढ़ की रहने वाली अलाया F (राधिका बख्शी) की है, जो एक मीडिया कंपनी में पत्रकारिता की इंटर्नशिप कर रही है। राधिका उन लोगों पर रिसर्च कर रही है, जिनकी मौत एनटीपीसी फ्लाईओवर पर यू-टर्न लेने से होती है। क्योंकि कुछ साल पहले इसी फ्लाईओवर पर राधिका के भाई की भी मौत हुई थी। अपनी रिसर्च के दौरान राधिका एक ऐसे शख्स की मौत के मामले में फंस जाती है, जो यू-टर्न लेने के लिए डिवाइडर ब्लॉक को हटाने का अपराध करता है, फिर घर पहुंचने पर उसकी मौत हो जाती है।
क्या सच में राधिका एनटीपीसी फ्लाईओवर पर होने वाली मौतों की जिम्मेदार है? आखिर कौन है वो जिसकी वजह से एनटीपीसी फ्लाईओवर पर हादसे हो रहे हैं। क्या ये किसी की साजिश है या फिर भूतप्रेत और आत्माओं का चक्कर है। इन सवालों के जवाब जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी।
बेहतरीन है डायरेक्शन, लेकिन कहानी...
परवेज शेख और राधिका आनंद की कहानी का निर्देशन आरिफ खान ने किया है। फिल्म के हर एक सीन को काफी बारीकी से दिखाया गया है। कई सीन्स आपको डराते हैं। जैसे पुलिस की गाड़ी पर अचानक बिल्डिंग से शख्स का गिरकर मर जाना। अलाया के सामने उसके मरे हुए भाई का आ जाना। इसमें को दोराय नहीं कि आरिफ ने बेहतरीन निर्देशन किया है, लेकिन फिल्म देखते हुए कुछ सीन्स आपको खींचे हुए लगते हैं। मूवी आपको थोड़ा स्लो लगने लगती है। इन सीन्स से बचा जा सकता था।
सिनेमैटोग्राफर अनुभव बंसल ने अच्छा काम किया है। खासकर फ्लाईओवर के दृश्यों को बेहद खूबसूरती से दिखाया गया है। फिल्म की शुरुआत अच्छी होती है, लेकिन जैसे ही कहानी आगे बढ़ती है, स्टोरी एकदम सपाट सी दिखने लगती है।
कैसा है अभिनय
अलाया बॉलीवुड की यंग टैलेंटेड एक्ट्रेस में से एक हैं, जिनसे फिल्म में बहुत कुछ अच्छा कराया जा सकता था। पर ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, फिल्म में अलाया ने राधिका के रोल को बखूबी निभाया है। वो अपनी एक्टिंग से लगातार आपको बांधे रखती हैं. वहीं पुलिस अधिकारी अर्जुन सिन्हा के रोल में प्रियांशु पेन्युली ने भी काफी अच्छा काम किया है।
क्यों नहीं आया मजा?
अलाया की एक्टिंग इंप्रेस करती है। अनुभव बंसल की सिनेमैटोग्राफर भी अच्छी है. निर्देशक आरिफ ने भी अपना काम ढंग से किया है। अब सवाल ये है कि सब अच्छा होने के बावजूद ये फिल्म देखने में आपको मजा क्यों नहीं आता। इसकी सबसे बड़ी वजह पुरानी कहानी और फिल्म का बीच में ढगमगा जाना है। यू-टर्न देखते हुए लगता है कि अरे ऐसी स्टोरी हम पहले भी देख चुके हैं. वही भूतप्रेत को दिखाकर लोगों को डराना। इसके बाद लास्ट में कहानी को अचानक से बदल देना। फिल्म का अंतिम दृश्य जिसमें अलाया को कुर्सी से बांध कर विलेन उन्हें मारने की कोशिश करता है। यही सीन हमने कार्तिक आर्यन की फिल्म फ्रेडी में भी देखा था।
यू-टर्न की कहानी काफी प्रीडेक्टबल भी लगी। फिल्म देखते हुए आप आसानी से बता सकते हैं कि आगे क्या होने वाला है, क्योंकि यू-टर्न जैसी बॉलीवुड में तमाम फिल्में बन चुकी हैं।
क्यों ना देखें फिल्म?
अगर आपको थ्रिलर फिल्में देखने में दिलचस्पी नहीं है और कुछ नया देखने की चाह है, तो ये फिल्म आपके लिए नहीं है।
क्यों देखें फिल्म?
अलाया फर्नीचरवाला के फैन हैं और एंटरटेनमेंट के लिए कुछ देखना चाहते हैं, तो ये फिल्म देख सकते हैं।
हमारी तरफ से इतना ही। बाकी आप फिल्म देखते हैं, तो अपडेट जरूर दीजिएगा।