8 साल पहले उठा पिता का साया
गरिमा लोहिया बक्सर, बिहार से हैं। यहीं के वुड स्टॉक स्कूल से पढ़ाई की है। पिता नारायण प्रसाद लोहिया का निधन 8 साल पहले ही हुआ है। गरिमा ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान UPSC की तैयारी का फैसला किया और पूरी लगन से प्रिपरेशन में लग गईं। अपने पहले प्रयास में उन्हें कामयाबी नहीं मिली मगर दूसरे अटेम्प्ट में उन्होंने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया है।
घर पर रहकर की तैयारी
गरिमा ने घर पर रहकर पढ़ाई करने की ठानी. उन्होंने कहा, 'जरूरी नहीं कि तैयारी के लिए किसी बड़े शहर जाया जाए और महंगी कोचिंग की जाए। आपको जहां बैठना पढ़ना सुविधाजनक लगता है, वहीं बैठकर पढ़ाई करें। मैंने घर पर रहकर पढ़ने का फैसला इसलिए किया क्यों जब भी हम कभी डीमोटिवेटेड फील करते हैं, तब फैमिली का सपोर्ट बहुत काम आता है।' उन्होंने किताबों से खुद पढ़कर और ऑनलाइन स्टडी मटीरियल की मदद से पढ़ाई की और कामयाबी हासिल की।
बताई तैयारी की स्ट्रैटजी
गरिमा कहती हैं, 'मैं बहुत खुश हूं कि मैंने एक छोटे शहर में रहकर बड़ा सपना देखा और आज ये सपना सच भी हुआ है। मैंने किसी टाइमटेबल को फॉलो कर तैयारी नहीं की। किसी किसी दिन 8-9 घंटे तक पढ़ाई की तो कभी 2-3 घंटे ही की। जरूरी ये है कि आप खुद अपने लिया स्ट्रैटजी बनाएं और हर दिन कुछ न कुछ पढ़ें। कामयाबी के लिए कंसिस्टेंसी जरूरी है।'