भारत-नेपाल के बीच संबंधों में नए इतिहास की शुरूआत: नेपाल के प्रधानमंत्री 'प्रचंड'
- राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने नेपाल के प्रधानमंत्री 'प्रचंड' का स्वागत किया
- महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की
- मुख्यमंत्री चौहान द्वारा श्री प्रचंड के सम्मान में दिया गया रात्रि भोज

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' इन दिनों भारत यात्रा पर हैं। शुक्रवार को वे मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर आए, यहां उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। उज्जैन में महाकाल लोक का ई-कार्ट से भ्रमण किया। महाकाल लोक की विशेषताओं के बारे में उन्हें राज्यपाल मंगुभाई पटेल द्वारा जानकारी दी गई।
महाकाल मंदिर पहुंचने पर अति विशिष्ट अतिथि नेपाल के प्रधानमंत्री माननीय श्री पुष्प कमल दहल प्रचंड का आत्मीय स्वागत किया गया। @JansamparkMP pic.twitter.com/2AicfyT23N
— JD Jansampark Ujjain (@jd_ujjain) June 2, 2023
नेपाल के प्रधानमंत्री श्री प्रचंड को अपने बीच पाकर हम अभिभूत हैं
नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मुलाकात के दौरान कहना कि हम अपने रिश्तों को हिमालय जितनी ऊँचाई देने के लिए काम करते रहेंगे और इसी भावना से हम सभी मुद्दों का, चाहे देश की सीमा का हो या कोई और विषय, सभी का समाधान करेंगे। यह हमारे लिये खुशी और गर्व का विषय है। प्रचंड ने कहा कि मेरा प्रधानमंत्री के रूप में चौथी बार भारत भ्रमण हो रहा है। इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत और नेपाल के बीच जो सहमति हुई है, यह दूर तक जाने वाली सहमति है। कनेक्टीविटी, वॉटर रिसोर्स और ऊर्जा के क्षेत्र में जो सहमति बनी है, उसके दूरगामी परिणाम मिलेंगे।
मैं नेपाल जाकर नेपाली जनता को बताऊँगा कि भारत और नेपाल के बीच संबंधों में नए इतिहास की शुरूआत हुई है। भारत-नेपाल के संबंधों में नए आयाम जुड़े है। इसको मजबूत करना हम सबका कर्त्तव्य है। प्रचंड ने कहा कि मध्यप्रदेश में गर्मजोशी से स्वागत हुआ है वह अविस्मरणीय है। भगवान श्री महाकाल के दर्शन करने का मेरा सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हुए विकास कार्य अभूतपूर्व है यह बात उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आज उनके सम्मान में इंदौर में दिये गये रात्रि-भोज के दौरान बधाई देते हुए कही।
भारत एवं नेपाल की संस्कृति, सभ्यता और परम्पराएँ एक जैसी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की 9 करोड़ जनता और राज्य शासन की ओर से प्रधानमंत्री प्रचंड का स्वागत अभिनंदन है। उन्होंने कहा कि प्रचंड को हमारे बीच पाकर हम अभिभूत है, उनका स्वागत कर हम गौरवांवित हो रहे है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति, सभ्यता और परम्पराएँ लगभग एक जैसी है। ऐसा लग रहा है कि अपनों के बीच अपने ही आये है।
भारत के सबसे स्वच्छ शहर एवं देवी अहिल्या की पवित्र नगरी इंदौर में नेपाल के प्रधानमंत्री आदरणीय श्री पुष्पकमल दाहाल 'प्रचण्ड' जी का हृदय से स्वागत करता हूं।
नेपाल और भारत ना सिर्फ प्राचीन राष्ट्र हैं, बल्कि हमारी संस्कृति, सभ्यता और संस्कार भी हमेशा से एक ही रहे हैं।… pic.twitter.com/1tkB5Oy0i4
उल्ल्खलेनीय है कि, महाकाल मंदिर पहुंचने पर अति विशिष्ट अतिथि नेपाल के प्रधानमंत्री माननीय श्री पुष्प कमल दहल प्रचंड का राज्यपाल मंगू भाई पटेल, प्रभारी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन व नागरिक महापौर श्री मुकेश टटवाल एवं विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री श्याम बंसल द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर पर स्नेह भेंट कर पुष्प एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया।
राज्यपाल पटेल ने नंदी द्वार संकुल में श्री 'प्रचंड' का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत और अभिनंदन किया और उन्हें महाकाल महालोक परिसर का अवलोकन कराया। श्री महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद राज्यपाल ने उन्हें स्मृति- चिन्ह भेंट किया। उज्जैन से इंदौर रवाना होते समय प्रधानमंत्री प्रचंड को भावभीनी विदाई दी गई। जिले के प्रभारी एवं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव सहित जन-प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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